100 करोड़ का फसली लोन बंटेगा,55 हजार किसान होंगे लाभान्वित
By - Shivraj Dhusariya
किसानों को फसल बोआई में आर्थिक परेशानी से निजात दिलाने के लिए इस साल भी सहकारी समितियों की आेर से कम ब्याज दर पर लोन दिया जा रहा है। करीब 20 दिन में 35 करोड़ रुपए का लोन हजारों किसानों को दिया जा चुका है। इससे किसानों को काफी राहत मिल रही है।
विदित रहे कि किसानों की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्हें फसल बोआई आदि के लिए हर साल बिना ब्याज के लोन देती है। इस साल भी सहकारी समितियांें की ओर से 55 हजार जीएसएस से जुडे किसानों को सौ करोड़ रुपयों का लोन देना का लक्ष्य रखा है। यह लोन जिले में 26 अप्रेल से देना शुरू किया है। अब तक करीब 35 हजार किसानों को यह फसली लोन दिया जा चुका है।
इससे किसानों को फसल बुआई से पहले खेतों की हंकाई-जुताई आदि कार्य शुरू कर दिया है। को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध संचालक दिनेश कुमार बंब ने बताया कि बुधवार तक हजारों किसानों को सरकार की इस ब्याज मुक्त स्कीम का लाभ दिया जा चुका है। अधिकतम 23 हजार रुपए तक का लोन दिया जा चुा है।
सवा लाख सदस्य हैं जिले मंे
जिलेमें एक लाख 26 हजार किसान जीएसएस सदस्य है। समितियोें की ओर से इनकों ब्याज मुक्त लोन दिया जाता है। गत साल भी करीब 50 हजार किसानों को बिना ब्याज के लोन दिया गया था। इनमें से अभी भी करीब 20 करोड़ रुपए बकाया है।
बकायादारोंको नहीं दिया जा रहा है लोन
सहकारी समिितयां हर साल करोडों रुपयों का लोन देती है,लेकिन यह लोन उन्हीं जीएसएस सदस्यों को ही देती है जिन पर लोन बकाया नहीं है। बकायादारों जून माह के अंत तक से वसूली की जा रही है।
साल में जमा नहीं तो 9 फीसदी ब्याज
सहकारी समितियों की ओर से दिए जाने वाला लोन ब्याज मुक्त होता है,लेकिन इसमें भी शर्त है कि लोनधारी ने लोन की राशिक एक साल में जमा नहीं कराया तो उससे बाद में 9 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज समेत लोन वसूला जाएगा।
55हजार सदस्यों को मिलेगा फायदा
प्रबंध सचालक दिनेश कुमार बम्ब ने बताया िक जिले में 55 हजार सदस्यों को सौ करोड़ रुपए का यह फसली लोन दिए जाने का लक्ष्य है। उसी अनुरुप काम किया जा रहा है। जिले में 174 सहकारी समितियां है।
इन समितियों से दिया जा रहा है लोन
टोंक जीएसएस के अलावा पीपलू,उनियारा,अलीगढ,देवली,दूनी,निवाई,वनस्थली,टोडारायसिंह,मालपुरा जीएसएस पर लोन देना शुरू कर दिया है।
गतसाल 80 करोड़ का दिया था
को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध संचालक दिनेश कुमार बंब ने बताया कि गत साल खरीफ के समय 80 करोड़ रुपयों का लोन बांटा था। इस साल यह राशि बढकर सौ करोड़ रुपए हो गई है। हालांकि पहले के करीब 12 करोड रुपए बकाया चल रहे है।