65 निजी स्कूलों के बच्चों ने निकाली मौन रैली, प्रदर्शन
By - Shivraj Dhusariya
सरकारीस्कूलों की तरह निजी स्कूलों के बच्चों को भी सभी सरकारी सुविधा देने की मांग को लेकर सोमवार को निजी स्कूलों के बच्चों ने मौन रैली निकाली। सोमवार को शहर निजी शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों की तरह सरकारी योजनाओं सुविधाओं से वंचित करने के विरोध में सोमवार को मुख्य बाजार में मौन रैली निकाल प्रदर्शन किया। सभी स्कूलों के छात्र छात्राओं ने स्कूलों से रैली निकाल कर जनसंपर्क कार्यालय के परिसर में एकत्रित हुए और सर्वधर्म प्रार्थना सभा के बाद विद्यार्थियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुुंच कर कलेक्टर सुबेसिंह यादव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। रैली में निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के साथ भेदभाव के विरोध में शहर के करीब 65 स्कूलों के बालक बालिकाएं हाथों पर तख्तियां बैनर तले लेकर चल रहे थे।
शहर के मुख्य बाजार में एक साथ सैकडों विद्यार्थियों की रैली होकर निकली जो शहर विभिन्न क्षेत्रों से होकर कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंची नजर आई, रैली में आए विद्यार्थी कलेक्ट्रेट में एकत्रित हुए। जहां पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया, जिसमें विद्यार्थियों ने हाथो में बैनर-तख्तियां नारे लिखी लेकर मौन रुप से अपनी आवाज उठाई और सरकार से भेदभाव समाप्त करने की मांग की।
इस अवसर पर निजी शिक्षण संस्था समन्वय समिति सदस्य गोवर्धन हिरोनी, कमलेश सिंगोदिया, खालिद एहतेशाम, अरविंद नरुका एडवोकेट, रमेशचंद काला, युसूफ ऐजाज़ी, हितेश शर्मा, विवेक काला, रामवतार सैनी, शब्बीर नागौरी, शाहिद नियाजी, सलीम खान, मुरलीधर शर्मा, अमजदउल्ला खान, शिवराज यादव के आदि मौजूद थे।
कलेक्टरको दिया ज्ञापन
मुख्यमंत्रीके नाम कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया गया है कि राज्य 40 हजार से अधिक निजी स्कूलों में पढऩे वाले 91 लाख से अधिक बालक हमारे अभिभावक हमारी फीस देते है और सरकार स्कूलों को मान्यता देती है।
जब एक ही पाठयक्रम है, एक ही बोर्ड है, एक ही परीक्षा है तथा दोनो स्कूलो को सरकारी/निजी मान्यता है तो इनमें पढ़ने वाले हम बालकों के साथ इतना भेदभाव क्योंω उन्होंने मांग की है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में परीक्षा केन्द्र पर हम बालकों को मिक्स करके बिठाया जाएं एवं हमारे टीचर्स की डयूटी भी लगाई जाएं ताकि ना वो नकल कर सके और ना हम। राजकीय विद्यालय में पढने वाले बालकों को सरकार द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधाएं निजी स्कूल में पढ़ने वाले बालकों को भी दी जाएं। हमारे साथ किए जा रहे भेदभाव को बंद किया जाएं।
मालपुराग्रामीण | निजीशिक्षण संस्थाओं के छात्र छात्राओं द्वारा अपने अधिकारी के प्रति जागरूकता दिखाते हुए एक मौन रैली का आयोजन किया। रैली के माध्यम से सरकार से सरकारी योजनाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराने की गुहार की। सरकारी सुविधाओं को निजी स्कूलों के छात्र छात्राओं को भी उपलब्ध करवाया जाना चाहिए। शिक्षा का अधिकार सभी बच्चों का है तो फिर सरकार वर्गीकरण करने वाली नीतियों में संशोधन क्यों नहीं कर पा रहीं हैं। क्या निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे गरीब नहीं होते, उक्त सभी बातों को प्रदर्शित करने वाली तख्तियां, स्लोगनों वाले नारो को हाथों में लिए मालपुरा के निजी स्कूलों के बच्चों ने स्थानीय गांधी पार्क में गांधीजी की प्रतिमा पर फूल एवं फूलमाला अर्पित की मौन प्रार्थना कर सरकार का ध्यान बच्चों के हक अधिकारों पर दिलाने का बाल प्रयास किया।
टोंक. निजीशिक्षण संस्थाओं की और से निकाली महामौन रैली में मौजूद विद्यार्थी।
Source: Dainik Bhaskar