गरीब बच्चों को पढ़ाने के बदले निजी स्कूलों के लिए आवंटित हुआ पौने तीन करोड़ रुपए का बजट
By - Shivraj Dhusariya
आरटीई के तहत गरीब बच्चों को पढाने के बदले जल्द ही निजी स्कूल संचालकों को पुनर्भरण राशि मिलेगी। इसके लिए अंतत लंबे समय बाद गत दिनों प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर निदेशक कार्यालय से करीब पौने तीन करोड़ रुपए आवंटित हुए है। जल्द ही ये राशि संबंधित निजी स्कूल संचालकों के खाते में डाल दी जाएगी।
उधर यह राशि आवंटन होने से आर्थिक रुप से काफी परेशान निजी स्कूल संचालकों को काफी राहत मिलेगी। विदित रहे कि सरकार गरीबों के बच्चों को भी आर्थिक रुप से संपन्न लोगों के बच्चों की तरह निजी स्कूलों में पढाने के लिए 2009 में नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम बनाया। इसके तहत दुर्लभ वर्ग एवं असुविधाग्रस्त समूह के बालकांे यानि गरीब बच्चों को भी निजी स्कूलों में पढाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। इन बच्चों की फीस सरकार वहन करती है। जिले में इस अधिनियम के तहत हजारों गरीब बच्चे नि:शुल्क शिक्षा पा रहे है, लेकिन इन्हें पढाने के बदले निजी स्कूल संचालकों को मिलने वाली पुनर्भरण रािश अधिकांश संचालकों को सत्र समाप्त होने के बाद भी नहीं मिल रही है। इससे निजी स्कूल संचालक आर्थिक रुप से परेशान हो रहे है। इसको लेकर निजी स्कूल संचालकों ने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से विभाग के माध्यम से सरकार को चेताया, लेकिन बीते दिनों तक कोई राहत नहीं मिल रही थी। इस बीच हाल ही में प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर निदेशक कार्यालय ने इन गरीब बच्चों को पढाने के बदले निजी स्कूल संचालकों को दी जाने वाली पुनर्भरण राशि के मद में पौने तीन करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है। अब जल्द ही ये राशि संबंधित स्कूल संचालकों को दे दी जाएगी।
किसब्लॉक को कितनी राशि हुई आवंटित
आरटीई प्रभारी शिवराज बैरवा ने बताया कि
देवली ब्लॉक के लिए 71 लाख 32 हजार 460 रुपए,
मालपुरा ब्लॉक के लिए 37 लाख 83 हजार 174 रुपए,
निवाई ब्लॉक के लिए 13 लाख 50 हजार रुपए,
टोडारायसिंह ब्लॉक के लिए 18 लाख 85 हजार 293 रुपए,
टोंक ब्लॉक के लिए एक करोड़ छह लाख 92 हजार 511 रुपए,
उनियारा ब्लॉक के लिए 25 लाख रुपए का बजट आवंटित हुआ है।
60लाख रुपए ही मिल पाए थे निजी स्कूल संचालकों को
आरटीई प्रभारी बैरवा ने बताया कि 2016-17 में आरटीई के तहत करीब 60 लाख रुपए ही जिले भर के कुछ निजी स्कूल संचालकों को मिल पाए थे। शैष का बजट अब आवंटित हो गया है। जिले के हजारों बच्चों की पुनर्भरण राशि के लिए गत दिनों दो करोड़ 73 लाख 43 हजार 438 रुपए का बजट मिला है। इसे जल्द ही उनके खातों में जमा करा दिया जाएगा।